पोली ने टीना से पूछा - "मैंने राजयोग का नाम तो सुना है...लेकिन यह क्या है?" टीना बोली: "आओ, मैं तुम्हें एक छोटी सी कहानी सुनाती हूँ!"

राजयोग

राजयोग क्या होता है?

टीना बोली – “जब जन्म कुंडली में कुछ खास घर एक दूसरे के साथ शक्तिशाली स्थिति में होते हैं, तो राजयोग बनता है!”

पोली: "कैसे बनता है?" टीना: "जब लग्न, केंद्र और त्रिकोण के स्वामी शक्तिशाली स्थिति में एक दूसरे से जुड़ जाएं - तब!"

टीना: "बहुत तरह के राजयोग होते हैं - जैसे धर्म-कर्म अधिपति योग, नीच भंग राजयोग!"

पोली: "और कौन से?" टीना: "छत्र राजयोग, पंच महापुरुष योग भी - सब के अलग-अलग फल होते हैं!"

टीना: "राजयोग वाले लोग राजा जैसे जीवन जीते हैं - धन, शक्ति, नाम, सम्मान सब मिलता है!"

पोली: "तो सबको मिलता है क्या?" टीना: "नहीं! राजयोग तभी फल देता है जब समय (दशा) सही हो!"

टीना: "राजयोग बना है या नहीं - पता करने के लिए अपनी कुंडली जरूर चेक करो!" पोली: "और किसी अच्छे ज्योतिष से सलाह लो!"