कृष्ण की चतुराई
महाभारत युद्ध में एक ऐसा प्रसंग, जब कृष्ण ने चतुराई से पूरा खेल पलट दिया…
दुर्योधन की योजना
दुर्योधन चाहता था कि उसकी पत्नी दुशला, भीष्म से आशीर्वाद ले आए।
भीष्म का आशीर्वाद
भीष्म ने कहा था –
“जिस स्त्री को मैं आशीर्वाद दूँगी, उसका पति हमेशा विजयी होगा।”
कृष्ण की योजना
कृष्ण ने सोचा – अगर दुशला गई, तो विजय का आशीर्वाद कौरवों को मिलेगा
द्रौपदी का भेजा जाना
कृष्ण ने द्रौपदी को दुर्योधन की पत्नी के रूप में सजाकर भीष्म के पास भेज दिया।
भीष्म का भ्रम
भीष्म ने द्रौपदी को दुशला समझकर आशीर्वाद दे दिया –
“तेरा पति सदा विजयी हो।
आशीर्वाद का असर
आशीर्वाद अनजाने में अर्जुन को मिला – और युद्ध का पलड़ा पलट गया।
कृष्ण की चतुराई
का कमाल
एक छोटी सी नीति से, कौरवों की हार और पांडवों की जीत तय हो गई।